How to Make Brain Sharp as Computer in Hindi - दोस्तों दिमाग मानव शरीर की सबसे रहस्यमयी चीज है दिमाग किस तरह काम करता है। इसका अंदाजा वैज्ञानिक भी जब लगाते हैं तो वह भी हैरान हो जाते हैं। वैसे तो मानव दिमाग का विकास हमेशा ही होता रहता है। पर उसकी शक्ति बढ़ाने के लिए उसको निरंतर अभ्यास की जरूरत होती है। जैसे आपको किसी कागज पर कोई गोल घेरा बनाने के लिए बोला जाए और आप उसे एक बार में नहीं बना पाते। तो आप लगातार प्रैक्टिस कर के उस गोल घेरे को कभी भी बना सकते हैं यह होता है प्रैक्टिस करने से तो आज मैं आपको कुछ ऐसी ही बातें बताने वाला हूं। कि अपने दिमाग को कंप्यूटर जैसी फुर्ती के लिए कैसे तैयार करें।
मन में विचार तैयार करना (Mind Mapping)
दोस्तों माइंड मैपिंग का मतलब होता है किसी भी एक टॉपिक पर सोचना ये टॉपिक कुछ भी हो सकता है। चाहे आपकी लाइफ से रिलेटेड हो या किसी दूसरे की चाहे कुछ भी जो आपके मन में आता है। आपको सिर्फ कोई एक टॉपिक सोचना है और उस पर लिखते जाना है। आप चाहे उसके अपोजिट मे लिखो या उसके सपोट मे लिखो या जो आपको ठीक लगे वो लिखो। लेकिन जो भी आप लिखोगे वो उसी टॉपिक्स से रिलेटेड होना चाहिए जो टॉपिक आपने सोचा है। ऐसा करने से दिमाग के दोनों हिस्से एक साथ मिलकर काम करने लगते हैं और जब वो दोनों किसी भी एक चीज पर एक साथ काम करते हैं जिसकी वजह से फोकस और कोई भी फैसला लेने का कॉन्फिडेंस बढ़ता है।
दिमागी कसरत (Brain Workout)
अपने दिमाग को बहुत ज्यादा शक्तिशाली बनाने के लिए अपनी याददाश्त को बढ़ाने के लिए आपके दिमाग की exercise होना बहुत जरूरी है। जैसे एक लड़का था जो कि दिमाग से बड़ा कमजोर ना तो पढ़ाई ठीक से होता और ना ही खेलकूद में आगे था। अब ऐसा तो नहीं था कि वो पागल है बात दरअसल यह थी कि उसका दिमाग काफी ज्यादा ब्लॉक था। वो इतना ज्यादा डेवलप नहीं हुआ था कि किसी भी चीज पर जल्दी से जवाब दे सके।
वो बंदा कई बार कॉलेज में या दोस्तों के सामने भी जब वो लोग उससे कोई ऐसा सवाल करते। जिसमें उसे काफी सोचना पड़ रहा है तो वहा वो बंदा ब्लॉक हो जाता था। फिर उसके पास कोई जवाब नहीं होता था और इसी जवाब ना देने की वजह से उसका किसी से अच्छा बोर्न नहीं बन पाता था। सबको ऐसा लगता था कि बातचीत करने भी नहीं आती यह काफी बोरिंग है।
फिर इस बंदे ने ब्रेन वर्क आउट के बारे में पड़ा की यह भी कोई चीज होती है मतलब उसे ये समझ आया कि वो लोगों से पीछे नहीं है तो वह आम लोगों जैसा ही बस उसका दिमाग इतना ज्यादा डेवलप नहीं है। कि वह तुरंत कोई जवाब दे सके फिर उस बंदे ने शुरू किया ब्रेन वर्क आउट।
अब इसको करने के लिए आपको कोई बहुत ज्यादा मेहनत की जरूरत नहीं होती उसने सिर्फ न्यूज़पेपर उठाया। और उस पर Sudoku या Crossword जैसे गेम बनि आती है ना उसे सॉल्व करना शुरू कर दिया। अब अगर वो मोबाइल में भी गेम वगैरह खेलता। तो ऐसे ही खेलता जिसका दिमाग को चीज पर लगा रहे। जैसे Puzzle बनाता Chess Game खेलता न्यू न्यू टास्क देखकर दिमाग को और ज्यादा तेज चलने पर मजबूर करता।
अब यार दिमाग की खास बात यह है कि आप इसे जितना ज्यादा घिसोगे ये उतना ही ज्यादा तेज चलना शुरू हो जाता है। एग्जेक्ट उसने 3 से 4 महीने किया और उसके बाद उसे दिखना शुरू हुआ reaction वो सर वो दोस्त जिनके सवालों से वह पूरी तरह ब्लॉक हो जाता था। अब वह बंदा उनके सवाल का इंस्टेंट जवाब देने लगा था। और अपनी साइड से भी ऐसे सवाल पूछने लगा कि सामने वाला confuse हो जाए। कि आखिर इसका उतर क्या होगा। तो यह होता है ब्रेन वर्क आउट से आप प्लीज दिमाग को दौड़ाए ताकि वो अपने आप में ही काम करना शुरू कर दे।
अपने आपको मुश्किल टास्क दो (Give Yourself Difficult Tasks)
दोस्तों आज की technology ने हमें कुछ भी याद रखने से रोक रखा है। जैसे हमें कोई नंबर याद नहीं रखना पड़ता है। जैसे हमें calculation करनी है। तो बस फोन निकाला और शुरू हो गए। मतलब हर एक चीज बहुत आसानी से हमारे सामने है। तो हमें कुछ ज्यादा सोचना नहीं पड़ता। तो प्लीज यार अपने माइंड को टास्क दो इंटरनेट पर आप कुछ सर्च करते हो। तो सोचो कि अब आप क्या देखना चाहते हो। ये नहीं कि कोई एप्लीकेशन डाउनलोड की और बस उस पर स्वाइप किए जा रहे हो नीचे नीचे वीडियो आती जा रही है। खुद को आलसी बनाना आपके माइंड को कभी डेवलप होने ही नहीं देगा।
ड्राइंग करना (Drawing)
दोस्त ये है थोड़ा लंबा प्रोसेस मगर बहुत ज्यादा जरूरी है। देखो यार आपकी हैंडराइटिंग कैसी है और कैसी नहीं इससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। और मुझे नहीं लगता लोगों को भी कोई फर्क पड़ता होगा। या पेंटिंग कैसे बनाते हैं इससे भी किसी को कोई फर्क नहीं पड़ता। तो सिर्फ इतना किया करो कि फ्री टाइम में पेंसिल पेपर उठाकर इजी से इजी ड्राइंग बनाया करो जैसे भागता हुआ घोड़ा या कोई भी तो आपके माइंड में आए ।
आपको सिर्फ पेंटिंग बनानी है और उसे explain करना है आपको इतना करना आपके माइंड को दूर की सोच रखने पर मजबूर करेगा और कहीं कभी आपकी नजरें कुछ अलग देखेगी और उसे कुछ अच्छा लगा तो वह आपके माइंड को यह सिग्नल पहुंच जाएगी कि इसे याद रखो क्या पता इसकी हमें ड्राइंग बनाने पड़े। फिर आपका माइंड इसी प्रोसेस में लग जाएगा। जिससे आपकी याददाश्त भी मजबूत होती जाएगी।
Conclusion
दोस्तों यह सारी बातें आपके माइंड को बहुत तेज चलाने में मदद करेगी। यह सब मेरी खुद की आजमाई हुई बातें है। मैं जानता हूं कि आपको बहुत ही ज्यादा Amazing लाइफ जरूर देगी। अगर आपको यह पोस्ट अच्छी लगा और अगर आप चाहते हो कि हम किसी और टॉपिक पर है प्रॉब्लम की पोस्ट डाले तो प्लीज हमें कमेंट बॉक्स में बताइए। हम उस पर पोस्ट बनाने की कोशिश करेंगे क्योंकि हम यहाँ आपकी हेल्प करना चाहते है धन्यवाद।