How to Memorize Faster in Hindi - दोस्तों, क्या आपको लगता है कि पढ़ने का कोई फायदा नहीं है जब कुछ याद ही नहीं रहता? क्या आप सोचते हैं कि सुबह, शाम या दोपहर, किसी भी समय पढ़ने से कोई फर्क नहीं पड़ता क्योंकि आपको पढ़ा हुआ याद नहीं रहता? क्या आप मानते हैं कि माता जी के द्वारा रोज बादाम खिलाने से भी मेमोरी नहीं बढ़ पा रही है?
इस पोस्ट में, हम आपको कोई दवा नहीं बताएंगे, लेकिन छह प्रभावी तरीके बताएंगे जो आपको अपनी मेमोरी को इस प्रकार से बढ़ाने में मदद करेंगे कि आप जो भी एक बार में पढ़ें, वह आपको याद हो जाए और हमेशा के लिए याद हो जाए। इन तरीकों से आप अपनी स्टडी का बेहतरीन आउटपुट दे पाएंगे और एक औसत मेमोरी वाले छात्र से सुपर मेमोरी स्टूडेंट बन जाएंगे। आइए इन छह प्रभावी तकनीकों और रणनीतियों के बारे में जानते हैं जो आपको सफलता की ओर ले जाएंगी।
पढ़ने के स्थान को पढ़ाई के अनुकूल बनाएं (Create An Effective Study Environment)
क्या आप जानते हैं कि आपके पढ़ने का एनवायरमेंट आपकी याददाश्त और कंसंट्रेशन पर कितना प्रभाव डालता है? अगर नहीं, तो यह जान लें कि आपके आसपास का वातावरण आपके दिमाग को यह संकेत देता है कि क्या याद रखना है और क्या नहीं। इसलिए, जरूरी है कि आप एक ऐसा एनवायरमेंट बनाए जो आपको पढ़ने में मदद करे और आपका ध्यान न भटकाए। यहाँ कुछ टिप्स हैं जो आपको एक इंटरेस्टिंग और फोकस्ड एनवायरमेंट बनाने में मदद करेंगे:
- अपनी स्टडी टेबल पर सिर्फ पढ़ाई से संबंधित चीजें रखें।
- अपनी स्टडी टेबल को गेमिंग जोन की टेबल न बनाएं।
- अपने आसपास की चीजों को व्यवस्थित और संगठित रखें।
- एक शांत और आरामदायक वातावरण बनाएं।
- अपने लिए एक time table बनाएं और उसका पालन करें।
याद रखें, एक अच्छा एनवायरमेंट आपको पढ़ने में मदद करेगा और आपकी याददाश्त को बेहतर बनाएगा। तो अब से ही अपने एनवायरमेंट को इंटरेस्टिंग और फोकस्ड बनाना शुरू करें!
विषयों के प्रति रुचि पैदा करें (Create Interest Towards Topics)
इंटरेस्ट क्रिएट करने का मतलब है कि आप कोई टॉपिक पढ़ रहे हैं और उसमें आपका मन लगना चाहिए। अगर आपको बोरिंग लग रहा है और आपका मन कर रहा है कि छोड़ दें, तो समझ लें कि आपको उस टॉपिक में इंटरेस्ट नहीं है। अगर आप उस टॉपिक को याद रखना चाहते हैं, तो आपको उसमें इंटरेस्ट लेना होगा।
जैसे कि अगर आपने कोई अच्छी मूवी देखी है, जैसे कि 3 इडियट्स, तो आपको उस मूवी की एक-एक बात याद होगी। क्योंकि आपको उस मूवी में मजा आया था और आपका मन उसे देखने में लगा था। लेकिन अगर आपने कोई मूवी टाइम पास के लिए देखी है, तो आपको उस मूवी का नाम भी याद नहीं होगा। इसलिए, जब तक आपको पढ़ने में मजा नहीं आएगा, तब तक आप उसे याद नहीं रख सकते। जब कोई चीज इंटरेस्ट से मन से याद की जाती है, तो वो लंबे समय तक याद रहती है। चलो मैं बताता हूं कि आपको इंटरेस्ट क्रिएट कैसे करना है और टॉपिक को इंटरेस्टिंग कैसे बनाना है।
विषयों को एक दूसरे से जोड़ें (Association Techniques Connect Topics with Each Other)
किसी भी टॉपिक या चैप्टर को इंटरेस्टिंग बनाने के लिए एसोसिएशन टेक्नीक का उपयोग करें। इसका मतलब है कि आप जो भी नई चीज पढ़ रहे हैं, उसे पहले से जानी हुई चीज से कनेक्ट करें। जो आपको आसानी से याद है, उससे नए टॉपिक को कनेक्ट करें। इसके लिए, आप अपने डेली लाइफ से जुड़ी चीजों को उपयोग कर सकते हैं। जितना अधिक आप अपने सिलेबस को अपने जीवन से कनेक्ट करेंगे, उतना ही बेहतर तरीके से आपको याद रहेगा। कोई न कोई चीज हमेशा किसी न किसी से Interconnected होती है।
जब आप पढ़ते समय इस बात पर ध्यान दें कि आपने पहले भी कुछ ऐसा ही पढ़ा था, तो आपको पढ़ने में मजा आएगा और आपकी क्यूरियोसिटी बढ़ेगी। इसका एक फायदा यह भी होगा कि जब आप दूसरे टॉपिक पढ़ेंगे, तो उनसे कनेक्टेड प्रिंसिपल आपको अपने आप याद आ जाएगा।”
सिलेबस को टुकड़ों में तोड़कर पढ़ना चाहिए (Break your syllabus into smaller sections)
अपने सिलेबस को मैनेज करने के लिए, इसे छोटे-छोटे हिस्सों में तोड़ना जरूरी है। इससे आपका दिमाग सही तरीके से सिग्नल भेजता है और आपको याद रखने में मदद मिलती है। एक बड़े सिलेबस को कवर करने के लिए, आपको कई किताबें पढ़नी होंगी। लेकिन लगातार 10-15 घंटे पढ़ना सही नहीं है। अपने सिलेबस को डिवाइड करें, आज के लिए एक चैप्टर की एक टॉपिक तय करें, और उसके लिए शॉर्ट नोट्स बनाएं।
अपने सिलेबस को छोटे-छोटे सेक्शंस में डिवाइड करने से आपको बोरियत नहीं लगेगी और पढ़ने में मजा आएगा। एक्टिव लर्निंग के लिए, अपने चैप्टर को समराइज करके रखें और इम्पोर्टेंट टॉपिक्स को छांटें। अपने टारगेट को बड़ा बनाएं, लेकिन उसे छोटे-छोटे हिस्सों में डिवाइड करके पढ़ें। इससे वह आपकी मेमोरी में लंबे समय तक फिट रहेगा।
बार बार रिवीजन जरूर करे (Repetition Revision Visualization)
अपनी मेमोरी की योग्यता पर भरोसा करते हुए, अपने सिलेबस को बार-बार रिपीट करना जरूरी है। रिवीजन करना बहुत जरूरी है क्योंकि महीने की एक तारीख को पढ़ा हुआ मटेरियल 30 तारीख तक पहुंचते पहुंचते भूल जाता है। 30 दिन बाद फिर से देखने पर, कई बार लगता है कि यह तो मैंने पढ़ा ही नहीं है। इसलिए, अपनी मेमोरी को एन्हांस करने के लिए समय-समय पर सभी टॉपिक्स का रिवीजन करना जरूरी है।
हर दिन अपने सिलेबस को एक बार अपनी आंखों के सामने से निकलने दो, इससे आपका विज़ुअलाइज़ेशन स्टेबल होने लगेगा और आपके माइंड में उस टॉपिक को लेकर एक पिक्चर क्रिएट हो जाएगी। रिवीजन करते समय, सब कुछ दोबारा नहीं पढ़ना है, लेकिन जो पहली बार में इम्पोर्टेंट लगा था, उसे डायग्राम, मैप्स, शॉर्ट नोट्स या पॉइंट्स के रूप में मेमोराइज करने की कोशिश करो। बार-बार बोलकर रिवीजन करो और खाली पेज पर बिना देखे वो सारे पॉइंट्स लिखो जिनका आप एक्सप्लेनेशन कर सकते हैं।
मैं आपको सिलेबस की हर लाइन याद करने के लिए नहीं कह रहा हूं, लेकिन मैं चाहता हूं कि जितना जरूरी है, उतना एकदम क्लियर याद रहे। उसमें आप कंफ्यूज नहीं रहो कि यार ए ऑप्शन करूं बी ऑप्शन करूं। ऐसा कंफ्यूज आपको नहीं होना चाहिए क्योंकि अधूरा ज्ञान बहुत खतरनाक होता है। अपने पढ़े हुए सब्जेक्ट्स की समीक्षा नहीं करोगे तो हम उन्हें जल्दी भूल जाएंगे।
कुछ याद करने के बाद आराम जरूर करें (Practice Mindfully Take Some Rest and Stay Focused)
अगर आप अपनी मेमोरी बढ़ाना चाहते हैं और अपना पढ़ा हुआ अच्छे से याद करना चाहते हैं, तो माइंडफुलनेस और फोकस का अभ्यास करना जरूरी है। माइंडफुलनेस का मतलब है कि आप जो काम कर रहे हैं, उस समय आपको पता होना चाहिए कि आप क्या कर रहे हैं, कहां हैं, क्या सोच रहे हैं, और क्यों कर रहे हैं।
सुबह जल्दी उठकर पढ़ना शुरू करें, क्योंकि सुबह के समय आपका दिमाग शांत और तेज होता है। सुबह के समय आपका मन शांत होता है, और आप अपने लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं। सुबह के समय पढ़ने से आपकी मेमोरी भी बढ़ेगी, और आप अपने पढ़े हुए को अच्छे से याद कर पाएंगे। हर 25-30 मिनट के बाद में 5 मिनट का ब्रेक लें, लेकिन यह याद रखें कि ब्रेक कितना और क्यों लिया था। ब्रेक लेने से आपका मन ताज़ा होगा, और आप अपने पढ़ाई पर फिर से ध्यान केंद्रित कर पाएंगे। लेकिन यह सुनिश्चित करें कि आप अपने ब्रेक का उपयोग किसी और चीज़ के लिए न करें, जैसे कि सोशल मीडिया या मोबाइल फोन का उपयोग करना।
अपने मन को काबू में रखें और सख्त रहें। अपने मन से कहें कि पढ़ने के लिए यह समय है, और कहीं और जाने की जरूरत नहीं है। अपने मन को काबू में रखने से आप अपने लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित कर पाएंगे, और अपनी मेमोरी भी बढ़ा पाएंगे। अगर आप अपनी पढ़ाई के लिए माइंडफुलनेस और फोकस का अभ्यास करेंगे, तो आपको पढ़ने में मजा आएगा और आपकी मेमोरी भी बढ़ेगी। आप अपने पढ़े हुए को अच्छे से याद कर पाएंगे, और अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर पाएंगे।
Conclusion
इन सभी पॉइंट्स की मदद से आप अपनी मेमोरी को शार्प करके अपने एग्जाम्स में टॉप कर सकते हो कोई आपसे कितना ही वादा कर ले। अपना ख्याल रखिए मेहनत करते रहिए और मेहनत के दम पर देश में अपना नहीं बल्कि दुनिया में देश का नाम रोशन करके दिखाइए धनेवाद।